Monday, February 11, 2013

!! शिवनामावल्यष्टकम् !!
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हे चन्द्रचूड मदनान्तक शूलपाणे
स्थाणो गिरिश गिरिजेश महेश शम्भो ।
भूतेश भीतभयसूदन मामनाथं
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।। 1 ।।
हे पार्वतीहृदयवल्लभ चन्द्रमौले
भूताधिप प्रमथनाथ गिरीशजाप ।
हे वामदेव भव रुद्र पिनाकपाणे
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।। 2 ।।
हे नीलकण्ठ वृषभध्वज पञ्चवक्त्र
लोकेश शेषवलयं प्रमथेश शर्व ।
हे धूर्जटे पशुपते गिरिजापते मां
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।। 3 ।।
हे विश्वनाथ शिव शंकर देवदेव
गंगाधर प्रमथनायक नन्दिकेश ।
बाणेश्वरान्धकरिपो हर लोकनाथ
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।। 4 ।।
वाराणसीपुरपते मणिकर्णिकेश
वीरेश दक्षमखकाल विभो गणेश ।
सर्वज्ञ सर्वहृदयैकनिवास नाथ
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।। 5 ।।
श्रीमन् महेश्वर कृपामय हे दयालो
हे व्योमकेश शितिकण्ठ गणाधिनाथ ।
भस्मांगरागनृकपालकलापमाल
संसारदुःखगहनाज्जदीश रक्ष ।। 6 ।।
कैलासशैलविनिवास वृषाकपे हे
मृत्युञ्जय त्रिनयन त्रिजगन्निवास ।
नारायणप्रिय मदापह शक्तिनाथ
संसारदुःखगहनाज्जदीश रक्ष ।। 7 ।।
विश्वेश विश्वभवनाशक विश्वरुप
विश्वात्मक त्रिभुवनैकगुणाभिवेश ।
हे विश्वबन्धु करुणामय दीनबन्धो
संसारदुःखगहनाज्जगदीश रक्ष ।।
गौरीविलासभवनाय महेश्वराय
पञ्चाननाय शरणागतरक्षकाय ।
शर्वाय सर्वजगतामधिपाय तस्मै
दारिद्रयदुःखदहनाय नमः शिवाय ।। 9 ।।

।। इति श्रीमच्छंकराचार्यविरचितं शिवनामावल्यष्टकं सम्पूर्णम् ।।

Tuesday, February 5, 2013

गणेश रुद्राक्ष

गणेश रुद्राक्ष

गणेश रुद्राक्ष भगवान श्री गणेश जी का प्रतिनिधित्व करता है. इस रूद्राक्ष की आकृति भी गणेश जी के जैसी प्रतीत होती है. इस रुद्राक्ष पर सुंड के समान एक उभार भी होता है, यह रुद्राक्ष धारण करने से समस्त विघ्नों का नाश होता है तथा धन संपत्ति की प्राप्ति होती है. गणेश रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान गणपति जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इनके सानिध्य को पाकर व्यक्ति अपनी सभी समस्याओं से मुक्त हो जाता है और सभी प्रकार के सुखों को भोगता हुआ अंत में मोक्ष को प्राप्त करता है.

बुद्धि ज्ञान को बढाने वाला यह रुद्राक्ष अच्छी कार्य क्षमता प्रदान करता है. इस रुद्राक्ष को पूजा स्थान में रखकर नियमित रुप से इसकी पूजा अर्चना करने से आपके सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं तथा अनेक मार्ग स्वत: ही खुल जाते हैं. भाग्य बढ़ाता है और सभी प्रयासों में सफलता मिलती है.

जो व्यक्ति अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें गणेश रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए उन सभी जो एक नए उद्यम की शुरुआत कर रहे हैं वह भी इसे धारण करें तो उन्हें अपने व्यवसाय में भरपूर सफलता प्राप्त होगी.

भगवान गणेश का स्वरूप यह रुद्राक्ष सभी कलेशों का शमन करने वाला होता है. इस रुद्राक्ष को देखने पर प्रतीत होता है कि इस रुद्राक्ष पर भगवान गणेश की आंशिक आकृति उभरी हुई है इसकी सतह पर बनी हुई सुंडनूमा आकृति से यह रुद्राक्ष गणेश भगवान का रूप दिखता है. विशेष फलदायी यह रुद्राक्ष कई समस्याओं का समाधान स्वत: ही कर देता है. इसे गणेश चतुर्थी के दिन धारण किया जाए तो यह और भी शुभ फलदायक होता है.

प्राचीन वैदिक ग्रंथों के अनुसार यह पवित्र रूद्राक्ष सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करता है. गणेश रूद्राक्ष पहने हुए एक व्यक्ति को जीवन के सभी क्षेत्रों में से सफलता प्राप्त होती है. भगवान गणेश का आशीर्वाद मिलता है. व्यक्ति के जीवन में सभी बाधाओं को भगवान गणेश के आशीर्वाद से निवारण हो जाता है. भगवान गणेश भगवान शिव के पुत्र हैं इसलिए भगवान शिव का और देवी पार्वती (महा देवी) जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. केतु के हानिकर प्रभावों को भी भगवान गणेश का आशीर्वाद दूर कर देता है.

गणेश रुद्राक्ष स्मरण शक्ति व एकाग्रता बढ़ाता है, लेखन कौशल को बेहतर बनाता है, भगवान गणेश बुद्धि के देवता है इसलिए यह रुद्राक्ष भी बुद्धि को बढ़ाता है, शिक्षा और बुद्धि के कारक ग्रह बुध को अनुकूल करता है, मानसिक समस्याओं का निराकरण करता है।