Saturday, November 1, 2014

भगवान विष्णु के नाम

पद्म पुराण के अनुसार चार भुजाधारी भगवान विष्णु के दाहिनी ओर का ऊपर का हाथ, दाहिनी ओर का नीचे का हाथ, बायीं ओर का ऊपर का हाथ और बायीं ओर का नीचे का हाथ- इस क्रम से चारों हाथों में शंख, चक्र आदि आयुधों को  धारण करने पर भगवान की भिन्न-भिन्न संज्ञाएँ होती हैं।

    उपर्युक्त क्रम से चारों हाथों में शंख, चक्र, गदा और पद्म धारण करने वाले विष्णु का नाम 'केशव' है।
    पद्म, गदा, चक्र और शंख के क्रम से शस्त्र धारण करने पर उन्हें 'नारायण' कहते हैं।
    क्रमश: चक्र, शंख, पद्म और गदा ग्रहण करने से वे 'माधव' कहलाते हैं।
    गदा, पद्म, शंख और चक्र-इस क्रम से आयुध धारण करने वाले भगवान का नाम 'गोविन्द' है।
    पद्म, शंख, चक्र और गदाधारी विष्णु रूप भगवान को प्रणाम है।
    शंख, पद्म, गदा और चक्र धारण करने वाले मधुसूदन-विग्रह को नमस्कार है।
    गदा, चक्र, शंख और पद्म से युक्त त्रिविक्रम को तथा
    चक्र, गदा, पद्म और शंखधारी वामन मूर्ति को प्रणाम है।
    चक्र, पद्म और गदा धारण करने वाले श्रीधर रूप को नमस्कार है।
    चक्र, गदा, शंख तथा पद्मधारी हृषीकेश! आपको प्रणाम है।
    पद्म, शंख, गदा और चक्र ग्रहण करने वाले पद्मनाभ विग्रह को नमस्कार है।
    शंख, गदा, चक्र और पद्मधारी दामोदर! आपको मेरा प्रणाम है।
    शंख, कमल, चक्र तथा गदा धारण करने वाले संकर्षण को नमस्कार है।
    चक्र, शंख गदा तथा पद्म से युक्त भगवान वासुदेव! आपको प्रणाम है।
    शंख, चक्र, गदा और कमल आदि के द्वारा प्रद्युम्नमूर्ति धारण करनेवाले भगवान को नमस्कार है।
    गदा, शंख, कमल तथा चक्रधारी अनिरुद्ध को प्रणाम है।
    पद्म, शंख, गदा और चक्र से चिह्नित पुरुषोत्तम रूप को नमस्कार है।
    गदा, शंख, चक्र और पद्म ग्रहण करने वाले अधोक्षज को प्रणाम है।
    पद्म, गदा, शंख और चक्र धारण करने वाले नृसिंह भगवान को नमस्कार है।
    पद्म, चक्र, शंख और गदा लेने वाले अच्युतस्वरूप को प्रणाम है।
    गदा, पद्म, चक्र और शंखधारी श्रीकृष्ण विग्रह को नमस्कार है।