Tuesday, July 2, 2013

केवल तुम ही सुन सकते हो दीन-हीन की करुण पुकार ||

नहीं मिला है और किसी को सियाराम से ये अधिकार |
केवल तुम ही सुन सकते हो दीन-हीन की करुण पुकार ||

इस कलयुग में सिर्फ चलेगा हनुमान का ही एक  सिक्का |
हनुमत तेरे आगे नहीं चलेगा कोई  इक्का-दुक्का ||
तुम ही  कर सकते हो स्वामी, दीन दुखी का बेडा पार |
केवल तुमको दिया राम ने है  इन कामो का अधिकार ||
केवल तुम ही सुन सकते हो दीन-हीन की करुण  पुकार ||


कलयुग में उद्धार सभी का होगा पवनपुत्र तेरे ही हाथ |
सियाराम का आशीर्वाद मिलेगा  जब हो तेरा  साथ ||
इस कलयुग में तुम्ही रहोगे प्रभु के कामो के आधार |
नहीं मिला है और किसी को सियाराम से ये अधिकार |
केवल तुम ही सुन सकते हो दीन-हीन की करुण  पुकार ||


समझ बूझ कर यह गरीब है  तेरी शरण में आया |
 तेरे द्वार से बढ़कर मुझको  कोई द्वार न भाया ||
बड़ा भरोसा हैं मुझको प्रभु नहीं करोगे तुम इनकार |
नहीं मिला है और किसी को सियाराम से ये अधिकार |
केवल तुम ही सुन सकते हो दीन-हीन की करुण  पुकार ||

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