Thursday, October 15, 2015

गोलू देव का मंदिर

गोलू देव का मंदिर अल्मोड़ा से छह किलोमीटर दूर पिथौरागढ़ मोटर मार्ग के समीप है।मंदिर में घोड़े में सवार और धनुष बाण लिए गोलू देवता की
प्रतिमा है।
मंदिर परिसर में हरे-भरे पेड़, टंगी हुई असंख्य छोटी-बड़ी घंटियां और अर्जियां लोगों को आकर्षित करती हैं। अन्याय,क्लेश व विपदा से पीड़ित लोग इस मंदिर में अपनी पुकार लगाने व मनौती मांगने प्रतिदिन आते रहते हैं।
मंदिर के अंदर और बाहर सैकड़ों की तादाद में लगे आवेदन पत्र इसकी गवाही देते हैं। गोलू देवता के दरबार में अधिकतर कानूनी मुकदमे, न्याय, व्यवसाय, स्वास्थ्य, मानसिक परेशानी, नौकरी, गलत अभियोग,
जमीन जायदाद व मकान निर्माण से जुड़े विषयों पर अर्जियां लगाई जाती हैं। मनौती पूर्ण होने लोग मंदिर में अपनी सामर्थ्य के अनुसार घंटियां चढ़ाते हैं।
इस मंदिर में कितनी घंटियाँ है , यह गिनना संभव नहीं है | समय समय पर घंटियाँ निकाल कर अलग रख दी जाती हैं जिससे नई घंटियाँ लगाने की जगह बन सके.

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