Sunday, January 29, 2012

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये

सीता राम भजन





सीता राम सीता राम सीताराम कहिये .

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..

मुख में हो राम नाम राम सेवा हाथ में .

तू अकेला नाहिं प्यारे राम तेरे साथ में .

विधि का विधान जान हानि लाभ सहिये .

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..





किया अभिमान तो फिर मान नहीं पायेगा .

होगा प्यारे वही जो श्री रामजी को भायेगा .

फल आशा त्याग शुभ कर्म करते रहिये .

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..





ज़िन्दगी की डोर सौंप हाथ दीनानाथ के .

महलों मे राखे चाहे झोंपड़ी मे वास दे .

धन्यवाद निर्विवाद राम राम कहिये .

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..





आशा एक रामजी से दूजी आशा छोड़ दे .

नाता एक रामजी से दूजे नाते तोड़ दे .

साधु संग राम रंग अंग अंग रंगिये .

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..





काम रस त्याग प्यारे राम रस पगिये .

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये .

सारन को सार एक,राम राम भजिये..

जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये ..

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