Friday, February 28, 2014

घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग--राजस्थान


घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शंकर के १२ ज्योतिर्लिंगों में एक है . अधिकतर लोगों को इस ज्योतिर्लिंग के महाराष्ट्र के औरंगाबाद के पास होने की जानकारी है . परन्तु इसके दो अन्य स्थानों पर होने का दावा भी वहाँ के स्थानीय लोग करते हैं . इनमें एक राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में व एक अन्य उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में होना माना जाता है .
राजस्थान में यह सवाई माधोपुर जिले के शिवार स्थान पर स्थित है . जयपुर से कोटा के मुख्य मार्ग पर करीब ८० किलोमीटर जाने पर बरोनी आता है . यहाँ से शिवार जाने के लिए मुडना होता है और फिर २० किलोमीटर जाना होता है .सवाई माधोपुर –जयपुर रेल मार्ग पर इसारदा स्टेशन से यह स्थान केवल ३ किलोमीटर दूर है..
इस स्थान पर घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग होने के बारे स्थानीय लोग निम्न तर्क देते हैं -
1. शिवपुराण (कोटि रुद्र सम्हिता)अध्याय ३२-३३ के अनुसार घुश्मेश्वर शिवलिंग शिवालय में होना चाहिए.
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्री शैले मल्लिकार्जुनम ||
| उज्जयिन्यां महाकालंओंकारं ममलेश्वरम |||
केदारं हिमवत्प्रष्ठे डाकिन्यां भीमशंकरम ||
| वाराणस्यां च विश्वेशं त्रयम्बकं गोतमी तटे |||
वैधनाथं चितभूमौ नागेशं दारुकावने ||
| सेतुबन्धे च रामेशं घुश्मेशं तु शिवालये |||
शिवालय का नाम ही बदलकर शिवाल और फिर शिवार हो गया है .
2. इस स्थान के दक्षिण में देवगिरी पर्वत है जैसा कि शिवपुराण (कोटि रुद्र सम्हिता)अध्याय ३३ में कहा गया है.
दक्षिणस्यां दिशि श्रैष्ठो गिरिर्देवेति संज्ञकः महाशोभाविन्तो नित्यं राजतेऽदभुत दर्शन:|
तस्यैव निकटः ऐको भारद्वाज कुलोदभव: सुधर्मा नाम विप्रशच न्यवसद् ब्रह्मवित्तमः ।।|

 इस मंदिर के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखें -http://www.ghushmeshwar.com/

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