Saturday, May 21, 2011

मैं राम नाम गुण गाऊं |

मैं राम नाम गुण गाऊं |
तेरा सहारा लेकर भगवन भव सागर तर जाऊं |
विपदा के मारों का तू है जन्म जन्म का साथी |
तेरे नाम से रोशन है दुनिया की अंधियारी बाती |
मन मंदिर में निशदिन भगवन प्रेम की ज्योति जलाऊँ |
मैं राम नाम गुण गाऊं |
कहते हैं कण कण में प्रभु ज़ी तेरा रूप समाया |
फिर भी भगवन देख न पाया क्या है तेरी माया |
मुझको दे दो वो दो अँखियाँ जिनसे दर्शन पाऊँ |
मैं राम नाम गुण गाऊं |
मैं राम नाम गुण गाऊं

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