Sunday, September 6, 2015

राजस्थान का घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग

घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शंकर के निवास के रूप में द्धादशवां
एवं अंतिम ज्योतिर्लिंग है। यह द्धादशवां ज्योतिर्लिंग राजस्थान राज्य के
सवाई माधोपुर जिले के ग्राम शिवाड़ में देवगिरि पहाड़ के अंचल मे स्थित है। जो जयपुर से मात्र 100 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवें नं.12 पर बरोनी होकर (बरोनी से 21 किलोमीटर दूर) स्थित है। यह जयपुर कोटा रेलमार्ग पर ईसरदा रेल्वे स्टेशन से 3 किलोमीटर दूर स्थित है।
घुश्मेश्वर द्धादशवां ज्योतिर्लिंग का यह पवित्र मंदिर कई वर्षो पुराना है।
वर्षभर में लाखों लोग यहाँ आते है। देवगिरी पर्वत पर बना घुश्मेश्वर उधान
रात्री के समय लाइटिंग में अदभुत छटायेँ बिखेरता हैं।
भगवान शिव के बहारवें (द्धादशवें) ज्योतिर्लिंग के स्थान के बारे में पिछले
वर्षो मेँ कई दावे व आपत्तियां उठाई गई। लेकिन शिवपुराण के प्रमाण से ये
साबित हो गया है की यह द्धादशवां ज्योतिर्लिंग शिवालय,शिवाड़ (राजस्थान) मेँ ही स्थित है। शिवपुराण के अनुसार बाहरवां (द्धादशवां) ज्योतिर्लिंग शिवालय
मेँ है। शिव महापुराण कोटि रूद्र संहिता के अध्याय 32 से 33 के अनुसार घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग शिवालय में स्थित है। प्राचीन काल में शिवाड का नाम शिवालय ही था।

सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्री शैले मल्लिकार्जुनम | उज्जयिन्यां महाकालंओंकारं
ममलेश्वरम ||
केदारं हिमवत्प्रष्ठे डाकिन्यां भीमशंकरम | वाराणस्यां च विश्वेशं त्रयम्बकं
गोतमी तटे ||
वैधनाथं चितभूमौ नागेशं दारुकावने | सेतुबन्धे च रामेशं घुश्मेशं तु शिवालये
||
(शिव पुराण कोटि रूद्र संहिता 32-33)

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