Monday, April 18, 2011

जय जय हनुमान ....

जय जय हनुमान ....

दुनियां में देव हजारों है, बजरंग बली का क्या कहना,

इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना, जय जय हनुमान

ये सात समुन्दर लाँघ गये, ये गढ़ लंका में कूद गये, जय हनुमान ..जय जय हनुमान ....

रावण को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना,जय हनुमान जय जय हनुमान ''

जब लक्ष्मण जी बेहोश हुए, संजीवन बूंटी लाने गये,जय हनुमान जय जय हनुमान ....

पर्वत को उठाना क्या कहना, लक्ष्मण को जिलाना क्या कहना,जय हनुमान जय जय हनुमान .....

ये राम दीवाना क्या कहना, गुण गाये ज़माना क्या कहना,जय हनुमान जय जय हनुमान ....

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