Monday, April 25, 2011

दुर्लभ है श्री राम

जगत के वैभव सब बेकाम ..दुर्लभ है श्री राम ..
बिना भजन काहे का जीवन .फ़ोकट सारे काम ..
दुर्लभ है श्री राम ...
भजन न भाता .बक झक भाती....शान्ति न आठों याम ..
गाँठ न कौड़ी ,हरि की पौड़ी ..निर्धन के धन राम ..
दुर्लभ है श्री राम ...
श्री राम जय राम जय जय राम ..

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