Sunday, September 15, 2013

भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ

भगवान  तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे  चरणों का  मै दर्शन करने आया हूँ ॥

भक्ति प्रभु की मैं करता हूँ , मै गीत प्रभु के गाता हूँ ।
बेडा पार प्रभु से होता है, मै प्रभु के गुण ही गाता हूँ ॥
राम नाम की महिमा का मै, सत्संग  सुनाने आया हूँ ॥1॥
भगवान  तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे  चरणों का  मै दर्शन करने आया हूँ ॥

चाहे राम, कहो चाहे श्याम कहो, प्रभुजी के सब अवतारी है ।
विनती सुन लो प्रभु तुम मेरी, अब आई मेरी बारी है ॥
फल फूल  की थाल सजा करके  मै पूजन करने आया हूँ ॥2॥
भगवान  तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे  चरणों का  मै दर्शन करने आया हूँ ॥

विश्वास प्रभु का रखता हूं, मै रोज तुम्हे ही  भजता हूँ।
लीन होकर शाम सवेरे को  मै ध्यान प्रभु का करता हूँ ॥
है घोर  अंधेरा  दुनिया में, मै दीप जलाने आया हूँ ॥3॥
भगवान  तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे  चरणों का  मै दर्शन करने आया हूँ ॥

No comments:

Post a Comment