भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
भक्ति प्रभु की मैं करता हूँ , मै गीत प्रभु के गाता हूँ ।
बेडा पार प्रभु से होता है, मै प्रभु के गुण ही गाता हूँ ॥
राम नाम की महिमा का मै, सत्संग सुनाने आया हूँ ॥1॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
चाहे राम, कहो चाहे श्याम कहो, प्रभुजी के सब अवतारी है ।
विनती सुन लो प्रभु तुम मेरी, अब आई मेरी बारी है ॥
फल फूल की थाल सजा करके मै पूजन करने आया हूँ ॥2॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
विश्वास प्रभु का रखता हूं, मै रोज तुम्हे ही भजता हूँ।
लीन होकर शाम सवेरे को मै ध्यान प्रभु का करता हूँ ॥
है घोर अंधेरा दुनिया में, मै दीप जलाने आया हूँ ॥3॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
भक्ति प्रभु की मैं करता हूँ , मै गीत प्रभु के गाता हूँ ।
बेडा पार प्रभु से होता है, मै प्रभु के गुण ही गाता हूँ ॥
राम नाम की महिमा का मै, सत्संग सुनाने आया हूँ ॥1॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
चाहे राम, कहो चाहे श्याम कहो, प्रभुजी के सब अवतारी है ।
विनती सुन लो प्रभु तुम मेरी, अब आई मेरी बारी है ॥
फल फूल की थाल सजा करके मै पूजन करने आया हूँ ॥2॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
विश्वास प्रभु का रखता हूं, मै रोज तुम्हे ही भजता हूँ।
लीन होकर शाम सवेरे को मै ध्यान प्रभु का करता हूँ ॥
है घोर अंधेरा दुनिया में, मै दीप जलाने आया हूँ ॥3॥
भगवान तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ ।
प्रभु राम तुम्हारे चरणों का मै दर्शन करने आया हूँ ॥
No comments:
Post a Comment