Tuesday, February 21, 2012

मेरी भी सुध लीजिये.

देना हो तो दीजिये,जन्म जन्म का साथ
मेरी भी सुध लीजिये,बीर बली हनुमान
मेरे सर पर रख दो बाबा बाबा अपने ये दोनो हाथ।
जब से होश संभाला है मैने,तुझको अपना माना है,
बालक ये नादान तुम्हारा,चरनो का दिवाना है,
अब तेरी दया का दे-दे,मुझको भी थोडा दान,
देना है तो दीजिये॥१॥
छोटे से इस दास की अरजी,यु ही ना ठूकरा देना,
शरणागत को आके बाबा,अपने गले लगा लेना,
मेरी अरजी पर भी देना देना,बाबा थोडा सा ध्यान,
मेरी भी सुध लीजिये...॥२॥
तेरी भगती की संजीवनी,मुझको जरा पिला दे तूं,
माया के जंजाल से मुझको,मुक्ती जरा दिला दे तू,
ये हर्ष सदा ही गाये गाये,बाबा तेरा गुणगान,
देना है तो दीजिये॥३॥

1 comment:

  1. सुन्दर भजन.
    बजरंगबली से अनुनय विनय
    बहुत अच्छी लगी.

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