असुर निकंदन भय भंजन, कुछ तो आन करो,
पवन तनय संकट मोचन मेरा कल्याण करो ।
भीड़ पड़ी अब भारी हे बजरंगबली,
भक्तो के दुःख दूर मेरे हनुमान करो ॥
पवन तनय संकट मोचन मेरा कल्याण करो |
श्री राम का तुम सा ना सेवक और कोई दूजा,
आज घर घर में तुम्हारी ही हो रही है पूजा ।
दीन दुखिओं की कतारें द्वार पे लम्बी,
आप की महिमा को सुन कर आया मैं भी ।
अपने भक्तों का बजरंगी कुछ मान करो,
पवन तनय संकट मोचन मेरा कल्याण करो ॥
हे बजरंगी अब दया की कर दीजे दृष्टि,
गा रही महिमा तुम्हारी यह सारी सृष्टि ।
आपकी कृपा हो जिसपे, राम मिले उसको,
दौड कर आया अनुज ये और कहे किससे ।
दया की दृष्टि तुम मुझपर बलवान करो,
पवन तनय संकट मोचन मेरा कल्याण करो ॥
Tuesday, February 21, 2012
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जय श्री राम .जय जय हनुमान ...करो कल्याण ....
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